वायरस क्या है? कंप्यूटर वायरस के प्रकार बताइए।

आज के जमाने में निरंतर सभी विकास की राह पर बढ़ रहे है। सभी लोग हर दिन कुछ नया सीख रहे हैं। नया आविष्कार कर रहे हैं। नई सोच लेकर आ रहे हैं। सभी लोग किसी न किसी काम में व्यस्त है। कहने का मतलब कि इस व्यस्त जीवन में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वहां अपनी जरूरत चीजों की सही ढंग से देख-रेख कर सके।
सही देख-रेख के कारण हमारी जरूरी चीजें कुछ हद तक सही वर्क करती है। आज एक ऐसा ही विषय लेकर आए हैं जो बहुत ही जरूरी है।
Computer का आज छोटे उम्र के बच्चों से लेकर बड़े उम्र के व्यक्ति भी इसका उपयोग कर रहे हैं। इससे कुछ नया सीख रहे हैं। इससे study कर रहे हैं। लगभग सभी तरह के वर्क किए जा सकते हैं पर आपने कभी Virus के बारे में तो सुना होगा। Computer Virus जो आपके Computer के लिए Dangerous है।


इस आर्टिकल में, मैं आपको Computer Virus से संबंधित पूरी जानकारी सरल शब्दों में समझाने की कोशिश करूंगा एवं Computer Virus से अपने डिवाइस को बचाने के कुछ उपाय भी जरूर बताऊंगा।

 

Virus क्या है ?

Virus का पूरा नाम Vital Information Resources Under Siege है। Computer Virus एक छोटा सा Program या Software होता है। जिसको आपके Computer के Operation और Computer के Data को delete करने के लिए बनाया जाता है। Computer Virus हमारी जानकारी के बिना ही हमारे Computer System को इस प्रकार खराब कर देता है जिसे ठीक कर पाना हम सब कि बस की बात नहीं होती है।
Computer Viruses एक अनचाहा Computer Program होता है। जो अपने आप copy हो सकता है तथा Computer का बिना user की नॉलेज (Knowledge) तथा आज्ञा (Command) के कम्प्यूटर को Infected कर देता है।

Virus अगर हमारे Computer में Settle हो जाता है तो यहां आपके डिवाइस को खराब कर देता है या फिर हैंग जैसी स्थिति की संभावना रहती है।
जिससे आपका कंप्यूटर में जितना भी डाटा होता है वहां पूरी तरह से नष्ट (destroyed) हो जाता है। यहां आप सब की एक परेशानी का कारण बन सकता है। Virus कंप्यूटर के लिए ही नहीं स्मार्टफोन के लिए भी खतरनाक है। Virus आपके डिवाइस में कब Entry कर दे इसका आपको पता भी नहीं चलेगा। Virus ने अच्छे-अच्छे डिवाइस को कचरा बना दिया है। Virus से आपका सिस्टम एकदम काम करना बंद कर देता है।

 

Computer Virus के प्रकार –

कंप्यूटर वायरस के प्रकार निम्नलिखित है। जिनके बारे में विस्तार से जानते हैं –

  1. E-mail Virus –

E-mail Virus साधारणः भेजी गई फाईलों के माध्यम से एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक आसानी से पहुंचने में माहिर होता हैं। कुछ Email Virus को तो डबल क्लिक करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। ये तब Launch होते हैं जब User मैसेज Open करता है। जैसे- Worms, Pop-Up, Flop-Up इत्यादि।

  2. Trojan Horses Virus –

Trojan Horses एक साधारण सा दूषित प्रोग्राम होता है लेकिन यह अपने आप नहीं फैलता है। यह Virus System में तब फैलता है। जब user इसे गलती से या जानकर Activate या Run कर देता है। यह एक बहुत Dangerous Virus होता है। यह User की पूरी Hard-Disk अथवा किसी की भी Pendrive के डेटा को delete कर सकता है।

  3. Worms –

Worms एक छोटा-सा Software Program का एक हिस्सा है। जो स्वयं अपनी replica (प्रतिकृति) बनाकर कम्प्यूटर नेटवर्क्स तथा सिक्योरिटी सिस्टम Holes में फैलता है। जिसका परिणाम बहुत खतरनाक होता है। Worms Computer नेटवर्क के अन्य Computer में भी सुरक्षित सिक्योरिटी Holes को ढूंढकर उन पर आक्रमण करने का गुण रखता हैं तथा लगातार अपनी Copies बनाकर फैलता जाता हैं।

  4. Time Bomb –

यह एक ऐसे type का वायरस है। जो एक निश्चित समय तक जो कि इसे Programmed करते समय इसमें डाला जाता है। Inactive रहता है परंतु उसके बाद अपने आप Active (सक्रिय) हो जाता है तथा Users की Hard Drive से बहुत सारे Data को Delete कर देता है।

  5. Logical Bomb –

यह Bomb अपने नाम की तरह ही Computers को ill-logical (विसंगत) बना देता है। यह Virus विशेष परिस्थितियों में Active होता है। जैसे- आप अपने कंप्यूटर में किसी Pen Drive को Put करके Format करना चाहते हैं। लेकिन Computer कि कोई Hard Drive Format हो जाती है।

  6. Boot-Sector Virus –

इस प्रकार के वायरस किसी डिस्क के बूट सेक्टर में संग्रहित होते हैं। जब हम कम्प्यूटर को On करते है। तब यह ऑपरेटिंग सिस्टम में लोड होकर इसके कार्य में बाधा डालते हैं।

  7. Partition Table Virus –

इस प्रकार का वायरस हार्ड डिस्क की विभाजन तालिका (Partition Table) को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाता है।

  8. File Virus –

इस प्रकार का वायरस क्रियान्वन (Implementation) योग्य फाइलों के साथ अपने आप को सम्मलित कर लेता है और जब यह फाइल क्रियान्वित (Executed) या Execute (क्रिया) होती है। तब उसके साथ क्रियान्वित होकर कम्प्यूटर प्रणाली को प्रभावित कर सकता है।

  9. Stealth Virus –

यह वायरस अपने आप को कम्प्यूटर में छिपा (Hidden) कर रखने का प्रयास करता है।

  10. Polymorphic Virus –

यह वायरस अपने आप को बार-बार बदलने का गुण रखता हैं। ताकि पहले से और भी अलग तरीके से संक्रमण फैला सके। ऐसे वायरस को पकड़ पाना बहुत कठिन होता है।

  11. Partition Table Virus –

यह वायरस कुछ विशेष प्रकार की फाइलों को जैसे- Spreadsheet, Document आदि को नुकसान पहुंचाता।

 

Computer Virus के कारण क्या है ?

कंप्यूटर वायरस अनेक कारणों से आपके डिवाइस मे प्रवेश कर सकता है। आइए निम्नलिखित तरीके से जानते हैं –

  • जब आप किसी अनुपयोगी फाइल को डाउनलोड करते हैं। तब वायरस का Chance ज्यादा रहता है।

  • अपने कंप्यूटर को दूसरे किसी भी कंप्यूटर से Connect करने में भी वायरस आसानी से आ सकते हैं।

  • यदि आप अपने कंप्यूटर में किसी भी Pendrive को Put करते हैं। उसके माध्यम से भी वायरस आ सकते हैं।

  • कभी-कभी डाटा ट्रांसफर करने के साथ-साथ वायरस भी ट्रांसफर हो जाते हैं।

  • अक्सर CD (Compact Disc) के जरिए भी वायरस फैल जाते हैं।

  • इंटरनेट के माध्यम से भी वायरस आने का खतरा होता है।

 

Computer Virus को रोकने के उपाय –

Virus से कंप्यूटर को बचाने के लिए निम्नलिखित उपाय है –

  1) अपने कंप्यूटर को वायरस से बचाने के लिए आपको Firewall का उपयोग करना चाहिए। यहां आपके कंप्यूटर में वायरस को जाने की अनुमति नहीं देती है तथा आपके कंप्यूटर में जो भी Virus पहले से मौजूद है। उसे नष्ट करने में अत्यधिक भूमिका निभाता है। Firewall को Security System कहते हैं।

इसे भी पढ़ सकते है – Firewall क्या हैं? यह कंप्यूटर के लिए क्यों जरूरी है? परिभाषा,प्रकार और लाभ।

  2) वर्तमान समय में कंप्यूटर सिस्टम के लिए बहुत तरह के Antivirus उपलब्ध है। जिनकी मदद से आप अपने कंप्यूटर को वायरस से सुरक्षित रख सकते हैं। यह Antivirus मार्केट में किसी कंप्यूटर शॉप पर आसानी से Available होते हैं।

  3) अपने कंप्यूटर सिस्टम को आपको बार-बार अपडेट करना चाहिए क्योंकि अपडेट करते रहने से आपके सिस्टम में नए-नए Features आते हैं। जो आपके सिस्टम को वायरस से बचाते हैं।

  4) Popup Blocker का इस्तेमाल भी एक तरह से कंप्यूटर को सुरक्षित रखने का कार्य करता है। जब आप किसी browser को browse कर रहे होते हैं। तब आपके कंप्यूटर सिस्टम में वायरस के आने की संभावना ज्यादा होती है। Popup Blocker आपके डिवाइस में वायरस को प्रवेश करने से रोकता है।

  5) Netlux भी एक Total Security वाला सिस्टम होता है। जो आपके डिवाइस का जितना भी डाटा होता है उसको स्कैन करने में मदद करता है। Netlux में बहुत सारे Tools होते हैं। जो अलग-अलग तरह से वर्क करते हैं। ये Tools आपकी कुछ हद तक मदद कर सकते हैं।
कुछ Tools के नाम जैसे –

  a) Task Manager
  b) Malware Scanner
  c) Autorun Manager
  d) System Vol Cleaner
  e) USB Vaccination
  f) System Recovery Tool
  g) Data Theft Protection
  h) Drive Checker
  i) Unhide Files/Folders
  j) Duplicate Finder etc.

 

निष्कर्ष –

दोस्तों इस आर्टिकल में आपको Computer Virus के बारे में सभी जानकारियां समझ में जरूर आई होगी।
Computer Virus बहुत खतरनाक होते हैं। हमें अपने डिवाइस को बार बार अपडेट करना चाहिए। फालतू फाइल को डिलीट करते रहना चाहिए। Virus के कारण आपका सिस्टम Hang हो सकता है।

दोस्तों मुझे आशा है कि आपको Computer Virus की सभी जानकारियां बहुत पसंद आई होगी। इन सभी जानकारियों को अपने Friends एवं Family के साथ जरूर शेयर करें। यह जानकारी उनके लिए भी बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है और अगर आपका कोई सा भी Question है तो निसंकोच कमेंट में पूछ सकते हैं।

 

“सभी को दिल से धन्यवाद”

 

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