हैंडऑफ क्या है? Handoff in Hindi

Handoff मोबाइल नेटवर्क से Related एक विषय है। जिसके बारे में बहुत लोगों को जानकारियां मालूम नहीं है। कई बार इससे संबंधित Question Exam में पूछे गए। जिन्हें बहुत विद्यार्थी छोड़ देते हैं।
असलियत में Handoff के बारे में जानकारियां जानना बहुत आसान है।


दोस्तों कोई भी कार्य कठिन तब लगता है जब कठिन हमारी सोच होती है। आपकी सोच अगर आसान है तो आप कुछ भी सीख सकते हैं। Future में बहुत Achieve कर सकते हैं।
Handoff के बारे में आज हम बात करेंगे। सरल शब्दों में जानने की पूरी कोशिश करेंगे की आखिर Handoff क्या है ? इसके बारे में विस्तार से जानते हैं –

 

Handoff क्या है ?

Friends आप जब भी कहीं भी घूमने के लिए जाते हैं या Bike, Car, Bus मतलब किसी भी साधन से Travel करते हैं तब अक्सर नेटवर्क की प्रॉब्लम आती रहती है। आपका Continue कॉल अचानक से कट जाता है। आपने कभी सोचा तो होगा कि ऐसा क्यों होता है।
यह प्रॉब्लम Base Station Range के कारण आती है। जिसके कारण आपकी जो कॉल Continue रहती है वह तुरंत या तो Drop हो जानी चाहिए या फिर एक रेडियो Channel से दूसरे रेडियो Channel में ट्रांसफर हो जानी चाहिए। अर्थात जब एक Mobile User एक Cell से दूसरे Cell में सफर कर रहा होता है तब वह उस समय पर एक Cell को Attend कर रहा होता है। जैसे ही यूजर एक रेडियो बेस स्टेशन की Range से बाहर जाता है एवं दूसरे बेस स्टेशन की Range में प्रवेश करता है। क्योंकि जुड़े हुए Cells अक्सर Same Frequency Channel का उपयोग नहीं करते हैं तथा जब यूजर जुड़े हुए Cells की लाइन के बीच में Cross करता है या फिर एक बेस स्टेशन की Range से जितना Area कवर होता है। उसको पार करके दूसरे बेस स्टेशन की Range से जुड़ने जाता है तब इस प्रक्रिया को हैंडऑफ़ कहा जाता है।

आसान शब्दों में समझे तो एक मोबाइल टॉवर अपने क्षेत्र को नेटवर्क से कवर करता है। तब एक मोबाइल यूजर इस क्षेत्र से दूसरे किसी क्षेत्र में जाता है। जहां दूसरा मोबाइल टावर अपने क्षेत्र को नेटवर्क से कवर करता है। जहां इन दोनों टावर की नेटवर्क रेंज आपस में मिलती है या फिर यूजर एक नेटवर्क को छोड़कर दूसरे नेटवर्क से कनेक्ट होता है। इसको Handoff से परिभाषित किया जा सकता है।‌

 

Handoff कितने प्रकार के होते हैं ?

Handoff को दो प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है। जिन्हें निम्नलिखित दर्शाया गया है –

  1. Soft Handoff
  2. Hard Handoff

  1. Soft Handoff :

सॉफ्ट हैंडऑफ़ को एक ऐसी तकनीक मान सकते हैं। जिसमें एक सेल्युलर user की जो मौजूदा बेस स्टेशन होती है उससे कनेक्शन तोड़ने से before दूसरे बेस स्टेशन पर स्विच किया जाता है।
मतलब एक user द्वारा पहली बेस स्टेशन को छोड़ने से पहले user को दूसरी बेस स्टेशन पर आसानी से जोड़ दिया जाता है। इसके उपरांत users का कनेक्शन कट नहीं होता है और user कि कॉल बिना डिस्कनेक्ट के जारी रहती है। उसे सॉफ्ट हैंडऑफ़ कहते है।

  2. Hard Handoff :

हार्ड हैंडऑफ़ बहुत ही Different है। इसमें एक सेल्युलर user का जिस मौजूदा बेस स्टेशन पर कनेक्शन होता है। उससे पहले कनेक्शन को डिस्कनेक्ट करता है और फिर बाद में users का दूसरे बेस स्टेशन के साथ संबंध स्थापित करता है।
मतलब आसान शब्दों में कहे तो user का पहले जिस बेस स्टेशन से कनेक्शन होता है। उसको डिस्कनेक्ट करता है और फिर बाद में दूसरे बेस स्टेशन से कनेक्शन को कनेक्ट करता है। हैंडऑफ़ ऑफ वर्तमान कॉल को डिस्कनेक्ट करता है। उसे हार्ड हैंडऑफ़ कहते है।

 

आपने क्या सीखा ?

दोस्तों इस आर्टिकल में आपको Handoff के बारे में जानकारियां समझ में जरूर आई होगी और Handoff क्या है ? इसके प्रकार इत्यादि के बारे में हमने अपनी तरफ से आसान शब्दों में आपको समझाने की पूरी कोशिश करी है।
आशा करता हूं कि आपको Handoff की सभी जानकारियां बहुत पसंद आई होगी। इन सभी जानकारियों को अपने Friends एवं Family के साथ जरूर शेयर करें।

 

“सभी को दिल से धन्यवाद”

 

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