Technology की दुनिया निरंतर बहुत ही लाभकारी सिद्ध हो रही है। आजकल तो Technology की कमी महसूस ही नहीं होती। इतिहास पर अगर एक नजर डाले तो इतिहास में इतनी खास Technology नहीं थी। वर्तमान समय में और भी Technologies पर काम चल रहा है। फ्यूचर में भी बहुत सारी Technology लॉन्च हो सकती है पर दोस्तों अभी हम सिर्फ वर्तमान समय की बात करें तो Technology एक तरफ लाभकारी है तो एक तरफ नुकसानकारी भी है।
साइबर क्राइम क्या है? Cyber Crime के प्रकार और बचाव के उपाय।
Technology से ही संबंधित एक विषय है। ये विषय आपको जागरूक बनाने में मदद करेगा।
साइबर क्राइम इसके बारे में आपने कभी सुना होगा। साइबर क्राइम की संख्या बहुत तेजी से आगे बढ़ती जा रही हैं। ऐसे मामलों को नियंत्रित करने के लिए सरकार भी एकजुट होकर अपना फर्ज पूरा कर रही है। सरकार ने कई तरह के कानून लागू किए हैं तथा जनता को जागरूक करने के लिए कुछ नियम भी बनाए हैं। आज इसी विषय पर बहुत जरूरी चर्चा करेंगे।
आइए नीचे विस्तार से साइबर क्राइम के बारे में सभी जानकारियां जानते हैं –
विषय-सूची
Cyber Crime क्या हैं ?
Cyber Crime या Computer Crime किसी भी क्राइम को Refer करता है। जिसमें कंप्यूटर एवं इंटरनेट के उपयोग के माध्यम से अपराधियों द्वारा अपराध की गतिविधियों पर नियंत्रण किया जाता है।
साइबर क्राइम कुछ व्यक्ति या समूह के माध्यम से अनैतिक व अवैध कार्यों को प्रदर्शित करते है। जो दूसरे लोगों, संगठनों या सरकारों को हानि पहुंचा सकते हैं।
वर्तमान समय में ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से साइबर क्राइम के मामलों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। इनमें कंप्यूटर नकलीकरण, वेबसाइट हैकिंग, इलेक्ट्रॉनिक मनी लॉन्ड्रिंग, वायरस, ऑनलाइन धोखाधड़ी, इंटरनेट बुलिंग, ऑनलाइन पहचान चोरी, डेटा चोरी, आपत्तिजनक ईमेल, सोशल मीडिया पर अपमान आदि शामिल हो सकते हैं।
आज के समय में कम्प्यूटर्स अधिक पावरफुल, छोटे, सस्ते और अत्यधिक यूजर फ्रेन्डली हैं। मॉडर्न बिजनेस, गवर्नमेंट इत्यादि अपने ऑपरेशन्स को पूरा करने के लिये कम्प्यूटर पर निर्भर हो चुके हैं। चाहे यह ऑपरेशन पर्सनल लेवल पर हो या Financial Management लेवल पर हो। अधिकतर बिजनेस तथा गवर्नमेंट प्रोसेस कंप्यूटर के बिना Survive करने के बारे में नहीं सोच सकते है, मुख्य रूप से एक ई-मेल तथा वेब बेस्ट बिजनेस तो सोच नहीं सकते है। कम्प्यूटर क्राइम सबसे अधिक Cyber Crime के रूप में अवतरित होता है।
Cyber Crime के प्रकार –
Cyber Crime विशेष रूप से इंटरनेट या डिजिटल उपकरणों के द्वारा किए जाने वाले अपराधों को संकेत करता है। Cyber Crime के कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित दर्शाए गए हैं –
1) Hacking :
किसी कम्प्यूटर, डिवाइस, इंफॉर्मेशन सिस्टम या नेटवर्क में अनाधिकृत रूप से घुसपैठ करना और डेटा से छेड़छाड़ करना हैकिंग कहलाता है। यह हैकिंग उस सिस्टम की फिजिकल एक्सेस और रिमोट एक्सेस के जरिए भी हो सकती है।
2) Information or Data Theft :
किसी व्यक्ति, संस्थान या संगठन आदि के किसी सिस्टम से निजी या गोपनीय डेटा या सूचनाओं की चोरी करना भी साइबर क्राइम की श्रेणी में आता है।
3) Spreading Viruses, Spyware :
अक्सर कम्प्यूटर में आए वायरस और स्पाइवेयर को हटाने पर लोग ध्यान नहीं देते हैं। उनके सिस्टम से होते हुए ये वायरस दूसरों तक पहुंच जाते हैं। हैकिंग, डाउनलोड, कंपनियों के अंदरूनी नेटवर्क, वाई-फाई कनेक्शनों और असुरक्षित फ्लैश ड्राइव, सीडी के जरिए भी वायरस फैल जाते है। वायरस बनाने वाले अपराधियों की पूरी एक इंडस्ट्री है, जिनके खिलाफ वक्त बेवक्त कड़ी कार्रवाई होती रही है। लेकिन आम लोग भी कानून के दायरे में आ सकते हैं।
4) Identity Theft :
किसी दूसरे शख्स की पहचान से जुड़े डेटा, गुप्त सूचनाओं वगैरह का इस्तेमाल करना भी साइबर अपराध है।
यदि कोई इंसान दूसरों के क्रेडिट कार्ड नंबर, पासपोर्ट नंबर, आधार नंबर, डिजिटल आईडी कार्ड, ई-कॉमर्स ट्रांजैक्शन पासवर्ड, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर वगैरह का इस्तेमाल करके शॉपिंग या धन की निकासी करता है तो यह इस अपराध में शामिल हो जाता है।
5) E-mail Spoofing एवं Fraud :
अक्सर आपके इनबॉक्स या स्पैम बॉक्स में कई तरह के इनाम देने वाले या बिजनेस पार्टनर बनाने वाले या फिर लॉटरी निकलने वाले मेल आते हैं। ये सभी मेल किसी दूसरे शख्स के ई-मेल या फर्जी ई-मेल आईडी के जरिए किए जाते हैं। किसी दूसरे के ई-मेल पते का इस्तेमाल करते हुए गलत मकसद से दूसरों को ई-मेल भेजना इसी अपराध की श्रेणी में आता है।
6) Harassing Children तथा Women :
आज के दौर में सभी व्यक्ति सोशल नेटवर्किंग साइट्स का खूब उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों, ई-मेल, चैट वगैरह के जरिए बच्चों या महिलाओं को तंग करने के मामले अक्सर सामने आते हैं। इन आधुनिक तरीकों से किसी को अश्लील या फिर धमकाने वाले संदेश भेजना या किसी भी रूप में परेशान करना साइबर अपराध के दायरे में आता है।
Cyber Crime से बचने के कुछ महत्वपूर्ण उपाय –
Cyber Crime से बचने के लिए कुछ उपाय निम्नलिखित है –
1. सायबर अपराध में संगणक (Computer) का प्रयोग या तो हथियार के रूप में किया जा सकता है या वह टारगेट रहता है। इसे To the computer या By the Computer भी कहा जा सकता है। इन अपराधों के पीछे खास मकसद ब्लैकमेल, धमकी, लालच, बदले की भावना, गुप्त सूचनाओं को प्राप्त करना आदि होता है। कई बार लॉटरी के माध्यम से भी निजी जानकारियों मांगी जाती हैं तथा नौकरी एवं वित्तीय लाभ देने हेतु लालच अपराधियों द्वारा दिया जाता है। वहां इस तरह का लालच देते हैं जिसमें कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से फंस जाता है। ऐसी Crime से बचने के लिए अपने Computer को प्रोटेक्टेट रखना चाहिए तथा Online लालच देने वाले कम्पनियों से बचना चाहिए।
2. E-commerce और E- governance को बढ़ावा देने के लिए पुलिस को प्रशिक्षित करके इस योग्य बनाया जाना चाहिए कि जिससे वे सायबर अपराध की जाँच कर सकें।
3. पुलिस में संगणक के क्षेत्र अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करके इन अपराधियों से निपटने के योग्य बनाना चाहिए।
4. सायबर अपराधों से निपटने के लिए E-court का गठन किया जाना चाहिए। जिसमें संगणक अपराध के जानकारों का सहयोग लिया जा सके।
5. अगर किसी के बैंक खाते में कहीं से भी पैसा आता है तो तुरंत संबंधित वित्तीय संस्था से संपर्क करना चाहिए।
6. कानून के साथ ही साथ संगणक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वकीलों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे इन अपराधों से निपटने की अच्छी तरह से Lobbying कर सकें।
7. ई-मेल, दूरभाष संख्या हर किसी को नहीं बताना चाहिए। यह आपके लिए बहुत खतरनाक साबित होता है और यदि परेशानी हो तो पुलिस को जरूर जानकारी देना चाहिए।
8. Unmistakable ई-मेल या अपराध का स्वरूप दर्शाते हुए ऑनलाईन अथवा आवेदन पर अपना विवरण देते हुए पुलिस को शिकायती आवेदन पत्र देना आवश्यक है। जिसमें प्राप्त संदेश का पूर्ण विवरण हो और साथ ही इस प्रकार के ई-मेल के जबाव देने से बचना चाहिए। क्योंकि छोटी सी गलती आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
9. यदि प्रशासन एवं आम जनता इन सुझावों पर ध्यानपूर्वक विचार करके कार्य करती है तो निश्चित ही इन अपराधों व भावी समस्याओं से बचा जा सकेगा।
घर में उपयोग होने वाले कम्प्यूटरों पर होने वाले सायबर हमलों से सुरक्षा के लिए वैज्ञानिकों ने एक सुरक्षा भाषा विकसित की है।
वैज्ञानिकों ने कम्प्यूटरों के लिए Home Security Description Language को विकसित करा है।
Cyber Crime से संबंधित सख्त कानून –
Cyber Crime से संबंधित सख्त कानून निम्नलिखित है –
1. Hacking से संबंधित सख्त कानून :
आईटी (संशोधन) एक्ट 2008 की धारा 43 (ए), धारा 66-आईपीसी की धारा 379 और 406 के तहत अपराध साबित होने पर तीन साल तक की जेल या पांच लाख रुपये तक जुर्माना भी हो सकता है।
2. Information or Data Theft से संबंधित सख्त कानून :
ऐसे मामलों में आईटी (संशोधन) कानून 2008 की धारा 43 (बी), धारा 66(ई), 67 (सी), आईपीसी की धारा 379, 405, 420 और कॉपीराइट कानून के तहत दोष साबित होने पर अपराध की गंभीरता के हिसाब से तीन साल तक की जेल या दो लाख रुपये तक जुर्माना होता है।
3. Spreading Viruses, Spyware से संबंधित सख्त कानून :
इस तरह के केस में आईटी (संशोधन) एक्ट 2008 की धारा 43 (सी), धारा 66, आईपीसी की धारा 268 और देश की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने के लिए फैलाए गए वायरस पर साइबर आतंकवाद से जुड़ी धारा 66 (एफ) भी लगाई जाती है। दोष सिद्ध होने पर साइबर-वॉर और साइबर आतंकवाद से जुड़े मामलों में उम्र कैद का प्रावधान है जबकि अन्य मामलों में तीन साल तक की जेल या जुर्माना हो सकता है।
4. Identity Theft से संबंधित सख्त कानून :
इसमें आईटी (संशोधन) एक्ट 2008 की धारा 43, 66 (सी), आईपीसी की धारा 419 लगाए जाने का प्रावधान है। जिसमें दोष साबित होने पर तीन साल तक की जेल या एक लाख रुपये तक जुर्माना हो सकता है।
5. E-mail Spoofing एवं Fraud से संबंधित सख्त कानून :
इस तरह के मामलों में आईटी कानून 2000 की धारा 77बी, आईटी (संशोधन) कानून 2008 की धारा 66डी, आईपीसी की धारा 417, 419, 420 और 465 लगाए जाने का प्रावधान है। दोष साबित होने पर तीन साल तक की जेल या जुर्माना हो सकता है।
6. Harassing Children तथा Women से संबंधित सख्त कानून :
इस तरह के केस में आईटी (संशोधन) कानून 2009 की धारा 66(ए) के तहत सजा का प्रावधान है। दोष साबित होने पर तीन साल तक की जेल या जुर्माना हो सकता है।
निष्कर्ष –
Cyber Crime की सारी जानकारी दोस्तों आपको जरूर समझ में आई होगी। मैंने आपको Cyber Crime के बारे में जानकारी समझाने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है।
मुझे आशा है कि आप को इस आर्टिकल के माध्यम से Cyber Crime के बारे में जानकारी अच्छी लगी होगी।
इन जानकारियों को अपने friends, family के साथ जरूर शेयर करें क्योंकि यह जानकारी सभी के लिए बहुत ही जरूरी है। अगर आपका कोई सा प्रश्न है तो निसंकोच comment करके पूछ सकते है।
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“Thanks for Everyone’s”
नमस्कार दोस्तों,
मेरा नाम Nik Vishwakarma है, सबसे पहले तो आप सभी का यहाँ पर स्वागत है। मै इस Blog का Founder हूँ और ये gyanmaala.com का पेज है। मै आप सभी के लिए यहाँ Internet और Technology से संबंधित Unique एवं Informative जानकारियां शेयर करता रहता हूँ …
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यह आपको बहुमूल्य जानकारी और सिस्टम को साइबर खतरों से बचाने में मदद करता है.
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