किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) क्या है? KCC Loan का कैसे लाभ ले।

दोस्तों, आज का समय बहुत ही बदल चुका है। वर्तमान समय में बहुत सारी नई-नई चीजें आ चुकी है। जो कि पुराने समय में मौजूद नहीं थी और उस समय इंटरनेट का ज्यादा Use नहीं होता था। पर कहते हैं कि बदलाव बहुत जरूरी है। बदलाव ही हमें नई-नई चीजें सिखाता है और नए-नए अनुभवों को हमे सीखता है और नई-नई सुविधाओं से हमे जोड़ता है


आज इंटरनेट एक ऐसा माध्यम बन चुका है। जिसकी मदद से किसी भी विषय से संबंधित सूचना को विस्तृत रूप से देख सकते हैं और सरकार द्वारा चलाई गई किसी भी योजना की जानकारी ले सकते हैं।

हम आपको Article के माध्यम से एक महत्वपूर्ण विषय के बारे में जानकारी बताने जा रहे हैं। जिसका नाम KCC इसके बारे में नीचे विस्तार से सरल शब्दों में जानेंगे।
तो आइए दोस्तों बिना देर करें KCC के बारे में ओर जाने –

 

KCC – केसीसी क्या है ?

केसीसी इसका पूरा नाम किसान क्रेडिट कार्ड होता है। इस योजना को भारत सरकार द्वारा सन् 1998 में संचालित किया गया था। यहां योजना किसान भाइयों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह किसान भाइयों के लिए फायदेमंद इस कारण है क्योंकि इसके द्वारा सभी किसान भाइयों को आसानी से लोन उपलब्ध कराया जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम की शुरुआत इस मकसद से की गई कि सभी किसान भाइयों को जरूरत के समय आसानी से लोन मिल सके। गंभीर परिस्थितियों में किसानों को सहारा मिल जाए।
किसान क्रेडिट कार्ड को किसान खेती से संबंधित खर्चे जैसे- बीज, खाद्य या फिर किसी भी अन्य कार्य के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। किसान अपनी फसल को बेचने के बाद किसान क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन को ब्याज सहित आसानी से चुका सकते हैं।

 

KCC – केसीसी योजना का उद्देश्य क्या है ?

केसीसी योजना के कुछ मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित माध्यम से जानते हैं –

  1. किसान क्रेडिट कार्ड का मूल उद्देश्य यह है कि ज्यादा-से-ज्यादा किसान कृषि के लिए कम ब्याज दर के साथ लोन का लाभ उठा सके और किसानों की कुछ हद तक मदद भी हो सके।

  2. यह योजना केवल कृषि में ही नहीं बल्कि मछली पालन एवं पशुपालन जैसे प्राथमिक कार्यों में भी पूरा समर्थन करने के योग्य है।

 

KCC – केसीसी योजना की विशेषताएं –

आइए दोस्तों केसीसी योजना की कुछ प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानने की कोशिश करते हैं –

  1) केसीसी एक ऐसी क्रेडिट सर्विस प्रदान करता है जिसकी वजह से किसानों को ज़रूरत के समय में कम ब्याज दर में लोन मिल सकता है।

  2) अगर किसान कि किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है या किसान किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार होता है तो पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस की तरफ से 50,000 रुपए तक की सहायता प्रदान की जाती है।

  3) पहले के समय में केसीसी के ऊपर कुछ फीस भी लगती थी परंतु वर्तमान समय में सरकार ने इसको कैंसिल कर दिया अब केसीसी बनवाने के लिए कोई फीस नहीं लगती है। सरकार केसीसी बनाने के लिए कोई फीस नहीं लेती हैं।

  4) केसीसी लोन किसानों को कुछ महत्वपूर्ण बातों पर जैसे- 1 एकड़ जमीन होने पर किसानों को कितना लोन दिया जाएगा, किसान किस प्रकार की फसल पैदा कर रहा है, उस फसल से उसकी आमदनी कितनी निकल सकती हैं इत्यादि जानकारी पर डिपेंड होकर दिया जाता है।

 

KCC – केसीसी के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स –

किसान क्रेडिट कार्ड किसी भी किसानों को बड़ी आसानी से मिल जाता है। यदि आप किसी भी तरीके से कृषि उत्पादन से अगर संबंध रखते हैं तो आपका किसान क्रेडिट कार्ड बन जाएगा केवल कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है।
आइए दोस्तों निम्नलिखित माध्यम से जानते हैं –

 ⇒ विशेषतौर पर जमीन के मालिकाना हक का रिकॉर्ड (record of ownership) होना चाहिये।

 ⇒ निवास प्रमाण पत्र (Address proof) भी बहुत जरूरी होता है।

 ⇒ शपथ पत्र ऐसा फॉर्म होता है जो यहां बताता है कि आपने कोई पहले से केसीसी तो नहीं बनवा रखा है या फिर किसी दूसरे बैंक से लोन नहीं ले रखा है। इन्हीं बातों को निश्चित करने के लिए शपथ पत्र भी जरूरी होता है।

 

KCC – केसीसी के फायदे –

  1. किसान क्रेडिट कार्ड का उपयोग आप किसी दुकान से कुछ खाद्य, बीज, कीटनाशक दवाइयां इत्यादि खरीदने में आसानी से कर सकते हैं।

  2. किसान क्रेडिट कार्ड एटीएम में भी इस्तेमाल होता है अर्थात् आपको एटीएम के द्वारा पैसे निकालने में भी बहुत मदद करता है।

  3. किसान क्रेडिट कार्ड में पैसे को निकालने के लिए कोई लिमिट नहीं होती हैं अपनी जरूरत के अनुसार पैसे निकाल सकते हैं।

  4. आप अपनी फसल को तैयार करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड का सहारा ले सकते हैं।

  5. किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेने के लिए आपको बहुत परेशान नहीं होना पड़ता है ना ही कोई आवेदन देना पड़ता है। उदाहरण – फसल बीमा।

  6. फसल को बेचने के बाद किसान सरलता से अपना लोन चुका सकते हैं।

 

KCC – केसीसी कहां से मिलेगा –

किसान क्रेडिट कार्ड को आप क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक, सरकारी बैंक एवं फिर कुछ अन्य प्राइवेट बैंक भी हो सकते हैं। जिनमें आप किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।

(किसान क्रेडिट कार्ड) KCC Loan पर सरकार दे रही 3% तक की सब्सिडी देखे कैसे ले लाभ।
(किसान क्रेडिट कार्ड) KCC Loan पर सरकार दे रही 3% तक की सब्सिडी देखे कैसे ले लाभ।

KCC – केसीसी पर कितना ब्याज लगता है ?

अगर कोई भी किसान तीन लाख रुपया तक का लोन लेता है तो किसान को 7% का ब्याज देना पड़ता है और यही ब्याज अगर निश्चित समय पर चुका देते हैं तो किसान को 3% तक की सब्सिडी सरकार की ओर से मिलती है इसलिए 4% का ही ब्याज भरना पड़ता है।
ब्याज भरने के लिए किसान के पास 6 महीने का समय होता है अगर किसान 6 महीने के बाद ब्याज का पेमेंट करता है तो फिर किसानों को 7% का ब्याज देना पड़ता है।

किसान द्वारा टर्म लोन तीन लाख रुपया से अधिक लेने पर 7% का ब्याज भरना पड़ता है इसमें सब्सिडी की सुविधा नहीं होती हैं व इसमें भी निश्चित समय होता है अगर किसान निश्चित समय में 7% का ब्याज नहीं भरता है तो किसान को 9 से 12 % के लगभग ब्याज चुकाना पड़ता है।

यहां भी जाने –
ई-गवर्नेंस क्या है? E-Governance in Hindi

 

Conclusion –

दोस्तों इस आर्टिकल की मदद से आप जान गए होंगे कि किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) कितना महत्व रखता है।
आशा करता हूं कि आपको सभी जानकारी पसंद जरूर आई होगी। इन सभी जानकारियों को अपने Friends, Family के साथ जरूर शेयर करें और आपका अगर कोई सा भी confusion हो तो Comment करके निसंकोच पूछ सकते हैं।

Thank you

 

केसीसी से संबंधित कुछ FAQ –

  Q.1 कितनी जमीन पर केसीसी मिलती है ?
  Ans. एक एकड़ जमीन होने पर केसीसी मिल जाती है।

  Q.2 केसीसी के लिए कौन योग्य है ?
  Ans. यह योजना कृषि, मछली पालन एवं पशुपालन जैसे प्राथमिक कार्यों में भी पूरा समर्थन करने के योग्य है।

  Q.3 तीन लाख का ब्याज कितना होता है ?
  Ans. कोई भी किसान तीन लाख रुपया तक का लोन लेता है तो किसान को 7% का ब्याज देना पड़ता है अगर निश्चित समय पर चुका देते हैं तो किसान को फिर 4% का ही ब्याज भरना पड़ता है।

 

 

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